नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन का तबलीगी जमात कोरोना वायरस का हॉट स्पॉट बना हुआ है। यहां पर पिछले महीने धार्मिक आयोजन में शामिल हजारों देश और विदेश को लोग अब कोरोना के पॉजिटिव मिल रहे हैं। वहीं भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के तीन कर्मी वर्तमान में एहतियातन एकांतवास (क्वारंटाइन) में रखे गए हैं, क्योंकि उनमें से एक साजेंट (हवलदार) ने मार्च के मध्य में निजामुद्दीन क्षेत्र का दौरा तब किया था जब तबलीगी जमात की बैठक वहां हो रही थी। भारतीय वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर इन्द्रनील नंदी ने शनिवार को बताया। उन्होंने बताया कि दो अन्य वायसेना सेना अधिकारी जो दिल्ली में तैनात हैं और वो उस साजेंट के निजामुद्दीन से आने के बाद संपर्क में आए उन्हें भी वारंटाइन में भेजा गया है, क्योंकि वायुसेना कोरोना के खिलाफ कड़े कदम उठा रही है। नंदी ने बताया कि हालांकि साजेंट 13-15 मार्च के बीच निजामुद्दीन गए थे लेकिन ये साफ नहीं है कि वह इस धार्मिक आयोजन में शामिल हुए भी थे या नहीं। उन्होंने आगे कहा, उन तीनों को बिना किसी लक्षण के क्वारंटाइन में रखा गया है। इसके साथ ही, मामले की जांच की जा रही है। भारतीय वायुसेना में अब तक किसी को कोरोना का लक्षण नहीं पाया गया है। भारतीय नौ सेना में भी एक भी कोविङ-19 का केस नहीं मिला है। हालांकि, एक आर्मी डॉक्टर और दो आर्मी के जवान 29 मार्च को उस वक्त कोरोना पॉजिटिव पाए गए जब सेना की तरफ से इस महामारी के खिलाफ कदम उठाए जा रहे थे। क्वारंटाइन में गए सीआरपीएफ के डीजी एपी माहेश्वरी: केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के चीफ मेडिकल ऑफिसर के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के दो दिन बाद सीआरपीएएफ के डीजी ए.पी. माहेश्वरी ऐहतियाती कदम उठाते हुए खुद क्वारंटाइन में चले गए हैं। अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है। अधिकारी ने बताया कि हालांकि डीजी डायरेक्ट सीएमओ के संपर्क में नहीं आए थे लेकिन अन्य जो लोग उस डॉक्टर से मिले थे उन लोगों ने डीजी से मुलाकात की थी।
तबलीगी जमात में शामिल हुआ था वायुसेना का सार्जेंट, तीन कर्मचारियों को क्वारंटाइन में भेजा